मां हैं जो कभी मुझसे खफा नहीं होती
- sangyanmcu
- May 20, 2021
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खुदा का दूसरा रूप है मां ममता की गहरी झील है मां वो घर किसी जन्नत से कम नहीं, जिस घर मै खुदा की तरह पूजी जाती

शैलजा पटेल
mobile#9140432259 @Shailja64359221
किसी ने क्या खूब कहा है अपना नहीं तुझे सुख-दुख कोई मेरे हसने पे मेरे रोने पे तू बलिहारी है ओ मां, एक मां बच्चे को जन्म देती है 9 महीने उसे अपनी कोख में पालती हैं। सारे सुख-दुख दर्द सहकर वह सिर्फ उसके आने का इंतजार करती है। और जब वह इस दुनिया में आता है तो सबसे ज्यादा खुश भी मां होती है। सच में बहुत ही अद्भुत कृति है उस ऊपर वाले की।
कहते हैं, ऊपर वाला हर जगह मौजूद नहीं हो सकता इसलिए वह मां को बनाता है। मां के कदमों में जो जन्नत है वह दुनिया की किसी जगह पर नहीं, अपने बच्चे को बचपन से पाल पोस कर बड़ा करती है मां, उसकी हर ज़िद पूरा करती है एक मां। उसकी सुख-दुख में साथ देती है सिर्फ मां, घर को घर बनाती है। बचपन की याद में हर दुख-सुख जुड़ा होता है। मां को क्यों भूल जाते हैं हम इस दुनिया के आगे, उस मां को जिसने हमारे लिए अपने सुख-दुख सब त्याग दिया। कहते हैं मां-बाप की सेवा करने से जन्नत मिलती है पर आजकल की जनरेशन इस जन्नत को छोड़कर किस जन्नत के पीछे भाग रहीं है। शायद आजकल के बच्चे बड़ों की इज्जत करना इसीलिए भूल गए हैं क्योंकि इनकी पीढ़ी बहुत आगे बढ़ चुकी है। मां अगर डांटती है तो उसे यह कहकर चुप करा दिया जाता है कि तुम्हारी जनरेशन से हमारी जनरेशन बहुत अलग है, बहुत मॉर्डन है, पर क्या कोई नहीं जानता कि वह कभी हमारा बुरा नहीं चाहती। और आज हम जो भी हैं सिर्फ अपने मां-बाप के कारण हैं। भगवान को भी जन्म देने वाली एक मां हंै, इसलिए मां का दर्जा उससे भी बड़ा है। युग तो आते जाते रहते हैं, बदलाव होते रहते हैं, पर बस एक मां और उनका प्यार कभी नहीं बदलता।
कहने को तो शब्द कम है मेरे पास जो मैं मां की गाथा लिख पाऊं। मैं खुद एक बेटी हूं बचपन से आज तक मेरी मां ने मुझे संभाला एक वर्किंग लेडी होने के साथ उन्होंने अकेले पूरे परिवार का ध्यान रखा। इस कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में जब सब घर में बैठे आराम करते थे तब भी मैने मां को हमारे लिए किचन में दिन-रात काम करते देखा। इसलिए मेरा सभी से यह निवेदन है कि हमेशा अपनी मां की इज्जत करो, उनकी बात मानो, उनके साथ समय बिताओ। क्योंकि एक मां ही बच्चे के सुख-दुख में हमेशा खड़ी होती है।
आज मदर्स डे के उपलक्ष्य में हर बच्चे से यही उम्मीद करूंगी कि ...
Respect your Mother, love your Mother.
क्योंकि….
लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती,
बस मां है जो कभी मुझसे खफा नहीं होती। •
(लेखिका उत्तर प्रदेश के लखनऊ से हैं इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है।)
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