चलो ना मां कितनी देर लगाती हो
- sangyanmcu
- May 20, 2021
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खुदा का दूसरा रूप है मां ममता की गहरी झील है मां वो घर किसी जन्नत से कम नहीं, जिस घर मै खुदा की तरह पूजी जाती

स्नेहा तिवारी
#8770658477 @snehaTi20827427
च चलो ना मां कितनी देर लागाती हो। बस बेटा बस आ गई ...सबर कर
ये मेरी मां का डायलॉग है ।।हमेशा यही बोलती है जब भी बुलाती हूं ।
कई बार मां से में अच्छे से बरताव नहीं करती हूं । कभी कभी मां से उलझ भी जाती हूं ,ऐसा नहीं है कि मां नहीं गुस्सा होती है , बहुत गुस्सा होती है । लेकिन मां तो मां ही होती हैं ।
इसी से मुझे एक किस्सा याद आ गया ,जब मै क्लास 6th में थी तो मां से जबरदस्त बहस हो गई , तब मां ने मुझे इतना जोर से थप्पड़ दिया था जो अब तक याद है . में ख़ूब रोई थी , और रोई तो इसलिए भी थी क्योंकि पापा से शिकायत करना था । पापा ड्यूटी से घर आए लेकिन मैंने शिकायत नहीं कि थी , घर का माहौल काफी शांत जैसा था , हो गई रात , सब लोग सो गए , आधी रात को मां मेरे बिस्तर पर आयी और मां खूब रो रही थी ,मैंने पूछा मां क्या हुआ , मां ने कुछ नहीं बोला और मुझे गले लगा कर सो गई । मै काफी इमैच्योर थी उस वक़्त मै भी सो गई बिना कुछ सोचे लेकिन अब पता चलता है कि मां मेरी वजह से रोई थी क्योंकि उसने मुझे थप्पड़ दिया था वो भी बहुत तेज 😬।
ऐसे बहुत सारे किस्से है जो मुझे मां की याद बार बार दिलाते है ,मां के लिए लिख पाना बहुत ही मुश्किल है लिखते लिखते ना जाने कितने आंसू निकले और आंखो में ही रह गए क्योंकि मेरी मां मेरे साइड में बैठी हुई है , और अगर आसू देखी मेरी आंखो में तो बहुत घबरा जाएगी । मां सच मुच तेरे जैसा कोई भी नहीं है । •
(लेखिका वाराणसी ,उत्तर प्रदेश से हैं और उन्होंने भोपाल के
जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है।)
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